अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होने पर पाकिस्तान के एक बयान पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर में, आधिकारिक प्रवक्ता, श्री अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि
"हमने एक ऐसे मामले पर पाकिस्तान का एक बेतुका बयान देखा है, जिस पर उसका कोई लोकस स्टैन्डाइ नहीं है।
अपने रिकॉर्ड को देखते हुए, पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों का उल्लेख करने पर भी शर्मिंदा होना चाहिए। आखिरकार, संख्या कभी झूठ नहीं बोलती भले ही वो बोल रहे हों।
जहाँ तक न्यायपालिका का सवाल है, पाकिस्तान को एहसास होना चाहिए कि उनकी न्यायपालिका आदर्श नहीं है। अन्य कई न्यायपालिकाओं में विश्वनीयता और अखंडता है जिसे जाहिर तौर पर पाकिस्तान को पहचानने में मुश्किल आती है।
भारत एक ऐसा देश है जो कानून के शासन द्वारा चलता है और जो सभी धर्मों को समान अधिकारों की गारंटी देता है। पाकिस्तान का विदेश कार्यालय समय निकाल कर अंतर जानने के लिए अपने स्वयं के संविधान को पढ़ सकता है।"
नई दिल्ली
मई 28, 2020