पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में बौद्ध पुरातात्विक स्थलों में तोड़-फोड़ और उन्हें विरूपित तथा नष्ट करने की मीडिया की खबरों के बारे में मीडिया के प्रश्न पर आधिकारिक प्रवक्ता, श्री अनुराग श्रीवास्तव ने कहा,
"हमने पाकिस्तान के अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र के तथाकथित" गिलगित-बाल्टिस्तान "क्षेत्र में स्थित अमूल्य बौद्ध स्मारकों को नष्ट किये जाने पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की है।
यह गंभीर चिंता का विषय है कि बौद्ध प्रतीकों को नष्ट किया जा रहा है और पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों में धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों और स्वतंत्रता को खुल्लम-खुल्ला रौंदा जा रहा है। प्राचीन सभ्यता और सांस्कृतिक विरासत के प्रति अवमानना प्रदर्शित
करने वाली इस तरह की गतिविधियां बहुत ही निंदनीय हैं।
भारत ने इन अमूल्य पुरातात्विक धरोहरों के संरक्षण और पुनर्स्थापना के लिए अपने विशेषज्ञों को इस क्षेत्र में जाने देने की इजाजत देने को भी कहा है।
भारत ने पाकिस्तान से एक बार फिर कहा है कि वह अवैध कब्जे वाले सभी क्षेत्रों को तुरंत खाली करे और वहां रहने वाले लोगों के राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक अधिकारों के घोर उल्लंघन को बंद करे।”
नई दिल्ली
जून 03, 2020