विदेश मंत्रालय, विदेश में उपयोग के लिए मूल दस्तावेजों // दस्तावेजों की वास्तविक प्रतियों को सत्यापित करता है। विदेश मंत्रालय द्वारा किया गया सत्यापन दो प्रकार का होता है:
1. एपोस्टिल
भारत, 2005 के बाद से, 5 अक्टूबर, 1961 के हेग कन्वेंशन का सदस्य है जिसने विदेशी सार्वजनिक दस्तावेजों के वैधीकरण की आवश्यकता को समाप्त कर दिया। कन्वेंशन के 105 सदस्य देशों में एपोस्टिल स्वीकार्य है (अधिक जानकारी के लिए कृपया वेबसाइट:www.hcch.net देखें)। एपोस्टिल व्यक्तिगत दस्तावेजों, जैसे जन्म / मृत्यु / विवाह प्रमाण पत्र, शपथ पत्र, पावर ऑफ अटार्नी, आदि और शैक्षिक दस्तावेजों, जैसे डिग्री, डिप्लोमा, मैट्रिक और माध्यमिक स्तर के प्रमाण पत्र आदि के लिए किया जाता है। किसी भी एक सदस्य देश में एपोस्टिल किया गया कोई भी दस्तावेज अन्य सभी 104 सदस्य-देशों, 1961 के संदर्भित सम्मेलन में हस्ताक्षरकर्ता, में स्वीकार्य है, इस प्रकार दस्तावेजों को प्रत्येक देश में या प्रत्येक देश के लिए अलग-अलग सत्यापित करने को अनावश्यक बनाकर सत्यापन की प्रक्रिया को अत्यधिक सरल बनाया जाता है।
(हेग कन्वेंशन के तहत देश निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध हैं)
(शैक्षिक दस्तावेजों के संबंध में एपोस्टिल परिपत्र / कार्यालय ज्ञापन)
(संलग्नक: एपोस्टिल जारी करना और स्वीकार करना)
2. सामान्य सत्यापन
यह उन सभी देशों के लिए किया जाता है जो हेग कन्वेंशन के सदस्य नहीं हैं और जहाँ एपोस्टिल स्वीकृत नहीं है।(वे देश जो हेग कन्वेंशन के सदस्य नहीं हैं, उनके नाम निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध हैं)
सत्यापन / एपोस्टिल के लिए प्रक्रिया
क. ई-सनद: भारतीय नागरिकों के दस्तावेजों की जाँच और सत्यापन के लिए ई-सेवा।ई-सनद का विवरण निम्न लिंक से प्राप्त किया जा सकता है।
ख. ई-सनद के तहत कवर नहीं किए गए दस्तावेजों का सत्यापन/एपोस्टिल:
चरण 1. दस्तावेजों का प्रमाणीकरण
आवेदक क्षेत्रीय प्रमाणीकरण केंद्र (आरएसी) (आरएसी का विवरण निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है)
चरण 2. अधिकृत आउटसोर्स सेवा प्रदाता के पास दस्तावेजों को जमा करना ।
आउटसोर्स एजेंसी केंद्रों का विवरण निम्नलिखित लिंक परिशिष्ट जी पर उपलब्ध है Appendix G
शाखा सचिवालय / आरपीओ के क्षेत्राधिकार का विवरण निम्नलिखित लिंक परिशिष्ट एच पर उपलब्ध हैAppendix H
चरण 3. आउटसोर्स एजेंसियों से एपोस्टिल किए गए /सत्यापित दस्तावेजों की प्राप्ति।
महत्वपूर्ण नोट:
दस्तावेजों का वैधीकरण: इसके बाद, विदेश मंत्रालय, राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रदेश/वाणिज्य मंडलों के नामित हस्ताक्षरित प्राधिकारियों के हस्ताक्षर के आधार पर दस्तावेजों को वैध करता है। इसलिए यह दस्तावेजों की अंतर्वस्तु की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
दस्तावेजों की प्राप्ति और वितरण को आउटसोर्स करना । जुलाई 2012 से, सत्यापन/एपोस्टिल के लिए दस्तावेजों की प्राप्ति और वितरण को आउटसोर्स करने के परिणामस्वरूप, सीपीवी डिवीजन, पटियाला हाउस एनेक्सी, नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय काउंटर पर व्यक्तियों से कोई भी दस्तावेज सीधे स्वीकार नहीं किया जाता है। मूल दस्तावेज/वास्तविक प्रति को, दस्तावेज़ की एक फोटोकॉपी और आवेदक के पासपोर्ट की एक फोटोकॉपी के साथ पाँच आउटसोर्स सेवा प्रदाताओं में से किसी के पास सीधे जमा करना होता है। यह बताना उचित होगा कि मंत्रालय, फोटोकॉपी को वैध नहीं करता है। आवेदकों को सलाह दी जाती है कि वे एपोस्टिल या सत्यापन सेवाओं के लिए अनधिकृत व्यक्तियों / दलालों पर भरोसा न करें।
सत्यापन/एपोस्टिल सेवाओं का विकेंद्रीकरण । 01 जनवरी 2019 से, सत्यापन/एपोस्टिल सेवाएँ, 15 शहरों अहमदाबाद, बेंगलुरु, भोपाल, चेन्नई, चंडीगढ़, कोचीन, नई दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, पणजी, रायपुर और तिरुवनंतपुरम में शाखा सचिवालयों/आरपीओ को विकेन्द्रीकृत कर दी गई हैं । इन आरपीओ और इन 15 शहरों में पाँच सेवा प्रदाताओं के संग्रह केंद्र के संपर्क विवरण ऊपर दिए गए अनुसार हैं। नोरका रूट्स, केरल सरकार के गैर-निवासी केरल मामलों के विभाग के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी, आरपीओ, तिरुवनंतपुरम द्वारा सत्यापन/एपोस्टिल के लिए दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए अधिकृत है।
आवेदकों से अनुरोध है कि वे आवश्यकता अनुसार एपोस्टिल/सत्यापन की अपेक्षित सेवाएँ प्राप्त करने के लिए पाँच आउटसोर्स सेवा प्रदाताओं के माध्यम से ऊपर दिए गए विवरण के अनुसार अपने संबंधित शाखा सचिवालय/आरपीओ से संपर्क करें।
एपोस्टिल और सामान्य सत्यापन के लिए शुल्क
विदेश मंत्रालय : दस्तावेज़ के एपोस्टिल के लिए 50 रुपये का शुल्क देय है। (21 दिसंबर 2016 से, पोस्टल ऑर्डर के माध्यम से भुगतान बंद कर दिया गया है।) सामान्य सत्यापन नि: शुल्क किया जाता है।
आउटसोर्स एजेंसियाँ: जैसा कि विदेश मंत्रालय (एमईए) आवेदक/व्यक्ति से सीधे दस्तावेजों को स्वीकार नहीं कर रहा है, विदेश मंत्रालय द्वारा सत्यापन/एपोस्टिल के उद्देश्य से सभी दस्तावेजों को चार नामित आउटसोर्स एजेंसियों में जमा और उनसे एकत्र किया जाना है। विदेश मंत्रालय द्वारा एपोस्टिल/सामान्य सत्यापन के लिए, आउटसोर्स एजेंसियों द्वारा प्रति दस्तावेज के संग्रह और वितरण के लिए प्रभारित शुल्क 90/- रुपये (सेवा शुल्क) और प्रति पृष्ठ 3 रुपये(स्कैनिंग शुल्क) है।
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